जलेबी खाकर ट्रोलर्स के निशाने पर आये गौतम गंभीर





आज ट्विटर की ट्रैंडिंग लिस्ट में #ShameOnGautamGambhir कर रहा है। गौरतलब है कि दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण, दमघोंटू हवा और स्मॉग के मद्देनजर केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने संसदीय समिति की बैठक का आयोजन किया था। इस समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल है। अध्यक्ष सहित इस कमेटी में 31 सदस्य है जिनमें दिल्ली तीनों नगर निगमों के आयुक्त, दिल्ली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, पर्यावरण मंत्रालय के सेक्रेटरी और ज्वॉइंट सेक्रेटरी खासतौर से शामिल है। गौतम गंभीर एक मात्र दिल्ली के ऐसे सांसद है, जो इस समिति के मेम्बर है। गौतम गंभीर इस मीटिंग में नदारद दिखे। 





इंदौर में जलेबी की लुत्फ लेते दिखे सांसद गौतम गंभीर 
पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने अपने ट्विटर अकाउन्ट पर एक तस्वीर साझा की है। जिसमें लक्ष्मण, जतिन स्रपू और गौतम गंभीर इंदौर में एक दुकान के बाहर चाव से जलेबी का ज़ायका लेते दिखे। गौतम इस समय चल रहे भारत-बांग्लादेश के बीच चल रहे क्रिकेट मैच में कमेन्ट्री करने के सिलसिले से इंदौर में है। प्रदूषण जैसे गंभीर मसले से जुड़ी मीटिंग में हिस्सा ना लेने की वज़ह से गौतम गंभीर आम आदमी पार्टी और ट्रोलर्स के निशाने पर आ गये। 


कई दूसरे अधिकारी भी मीटिंग से गायब दिखे 
गौतम गंभीर के अलावा मीटिंग में हिस्सा लेने वाले कई दूसरे विभाग/मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मीटिंग से गायब दिखे। इसके अलावा कई दूसरे अधिकारियों ने अपने बदले दूसरे जूनियर अफसरों को इस मीटिंग में हिस्सा लेने के भेजा। दिल्ली के तीनों नगर निगमों से कोई आयुक्त इस मीटिंग में नहीं आया। जिससे कमेटी के चेयरमैन जगदंबिका पाल खासा नाराज़ दिखे। अब वे इस मामले को लेकर लोकसभा स्पीकर को शिकायती पत्र लिखने की कवायद कर सकते है। 31 सदस्यों वाली इस कमेटी में हिस्सा लेने के लिए मात्र चार लोग ही पहुँचे। जिनमे आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह शामिल है। इसके अलावा बैठक से राज्यसभा सांसद एमजे अकबर और भाजपा सांसद हेमामालिनी भी गायब दिखी। जिसके चलते बैठक को स्थगित करना पड़ा। 

पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर खासा नाराज़ दिखे 
कई मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों और भाजपा सांसदों की बैठक में गैरमौजूदगी से पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर काफी नाराज़ दिखे। उन्होनें तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि-सदस्यों का कमेटी की बैठक में ना पहुँचना ठीक बात नहीं है। बढ़ता प्रदूषण काफी संवेदनशील मसला है, हम इसे लेकर काफी गंभीर है। सभी एजेन्सियों को मिलकर काम करने की जरूरत है। पिछले 15 सालों में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा है। केन्द्र सरकार दिल्ली सरकार और पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मिलकर इस पर काम कर रही है। लेकिन ये बेहद नागवार है कि केजरीवाल इस मुद्दे को सियासत के मैदान में घसीट रहे है। दिल्ली के छात्रों को पंजाब और हरियाणा के सीएम को चिट्ठी लिखने के लिए उकसा रहे है। 

सर्वोच्च न्यायालय ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूपी के सचिवों को किया तलब 
सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण के मसले पर चारों राज्यों के सचिवों से जवाब तलब करते हुए उनसे एहतियाती कार्रवाइयों के बारे में पूछा। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने ऑड ईवन स्कीम को नाकाफी बताया। पराली ना जलाने से लेकर अतिक्रमण वाले क्षेत्रों में कूड़ा जलाने से रोकने की रणनीति पर भी सचिवों को जवाब़ दाखिल करने के लिए कहा गया है। अपनी टिप्पणी में सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि मौजूदा आंकड़ों को देखते हुए पिछले साल और इस साल के प्रदूषण में कोई कमी दर्ज नहीं की गई है। 


जैसे ही प्रकाश जावड़ेकर ने प्रदूषण के मसले पर दिल्ली सरकार को राजनीति न करने की सलाह दी वैसे ही तुरंत आम आदमी पार्टी के तेवर काफी आक्रमक हो गए। बैठक से गौतम गंभीर के गायब रहने को मुद्दा बनाते हुए आम आदमी पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं ने ट्विटर पर गौतम गंभीर पर जमकर निशाना साधा और लिखा कि, दिल्लीवालों को इनके लिए डोनेशन इकट्ठा करना चाहिए. इनकी तनख्वाह बढ़ने के बाद भी इनके खर्चे पूरे होते नहीं दिख रहे। कोई गा रहा, कोई नाच रहा, कोई जलेबी खा रहा।


आम आदमी पार्टी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बयान जारी करते हुए लिखती है कि, गौतम गंभीर ब्लेम गेम खेलना छोड़कर वायु प्रदूषण के मसले पर बुलाई गयी मीटिंग में हिस्सा ले। बैठक से गायब रहने वाले सभी लोगों पर न्याय पालिका की अवमानना के तहत कड़ी कार्रवाई की जायेगी। 

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