निर्भया कांड के आरोपियों को फांसी की सज़ा मुकर्रर कर दी गयी है। गौरतलब है कि सोलह दिसंबर 2012 को हुए इस जघन्य सामूहिक बलात्कार ने देशभर को बुरी तरह झकझोर दिया था। जिसके बाद से सरकार ने महिला अपराधों को लेकर कई तरह के सख़्त कदम उठाये थे। अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर कानून-व्यवस्था को लेकर देश को किरकिरी का सामना करना पड़ा था। आज पटियाला हाउस ने चारों दोषियों को फांसी पर लटकाये जाने के लिए डेथ वारंट जारी कर दिया है। पवन, विनय, मुकेश और अक्षय चारों इस मामले में दोषी पाये गये थे। अदालत ने अपने फैसले में 22 जनवरी की सुबह सात बजे चारों को फांसी देने के लिए तिहाड़ प्रशासन को पूरी तैयारी करने का आदेश जारी किया है। एडिशनल सेशन जज सतीश कुमार अरोड़ा 14 दिन के भीतर सभी कानूनी कवायदों को पूरा करने के निर्देश दिये। जिसके तहत दोषियों की स्वास्थ्य जांच और फांसी से संबंधी तैयारियां शामिल है। न्यायमूर्ति सतीश कुमार अरोड़ा जब ये फैसला सुना रहे थे तो कोर्ट रूम में तिलक मार्ग थाने के एसएचओ, तिहाड़ जेल प्रशासन के अधिकारी समेत दोनों पक्षों के वकील मौजूद थे।
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