बीते मंगलवार बांग्लादेश
में एक पति ने सिर्फ इस वज़ह से अपनी पत्नी के बाल जब़रन काट दिये, क्योंकि उसे
नाश्ते में बाल गिर हुए मिले थे। बांग्लादेश पुलिस ने इस बात की चेतावनी जारी की
है कि, बांग्लादेश के दक्षिणपंथी गुट ने कहा है कि महिलाओं के खिल़ाफ अपराध
रूढ़िवादी मुस्लिम राष्ट्रों में काफी बढ़े है। आगे चलकर ये बड़ी हिंसा का रूप भी
अख़्तियार कर सकते है। सूत्रों के मुताबिक गांववालों ने वारदात के बारे में पुलिस
अधिकारियों को बताया। पुलिस ने जॉयपुरहाट के उत्तर-पश्चिमी जिले के एक गांव में
दबिश देकर बबलू मोंडल (उम्र 35) को गिरफ्तार कर लिया।
स्थानीय पुलिस प्रमुख
शहरियार खान के मुताबिक बबलू मोंडल की पत्नी नाश्ता तैयार किया था। नाश्ते में एक
बाल पाया गया। बबलू मोंडल बाल देखकर आगबबूला हो गया और इसके लिए पत्नी को दोषी
ठहराने लगा। गुस्से में उसने उस्तरे से जब़रन पत्नी के सिर के सारे बाल मूढ़ दिये।
शहरियार खान ने आगे कहा कि बबूल पर अपनी 23 वर्षीय पत्नी पर जानबूझकर यौन उत्पीड़न
और घरेलू हिंसा करने के आरोप में अधिकतम 14 साल की जेल हो सकती है। इस पूरे मसले
पर बांग्लादेश मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि, इस मामले ने बांग्लादेश में
महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार की पोल खोलने के साथ, उन कानूनों का सच भी उजागर कर
दिया है। जो महिलाओं की सुरक्षा और यौन उत्पीड़न से बचाने का दम भरते थे। आज
बांग्लादेश में इन कानूनों की खुलकर धज़्जियां उड़ाई जा रही है। ऐन ओ सालिश
केन्द्र नामक बांग्लादेशी लोकल एक्टीविस्ट ग्रुप के मुताबिक इस साल की पहली छमाही
में बांग्लादेश में एक दिन में औसतन तीन बलात्कार हुए। एक्टीविस्ट ग्रुप ने ये भी
कहा कि जनवरी से जून के बीच महिलाओं से बलात्कार की 630 वारदातें दर्ज की गयी।
जिनमें से 37 औरतों की हत्या बलात्कार के बाद कर दी गयी। जबकि सात महिलाओं ने
लोकलाज़ के डर से खुदकुशी कर ली। 105 ऐसे मामले भी सामने आये जिनमें बलात्कार करने
की कोशिश की गयी। बांग्लादेश में इसी साल अप्रैल में 19 साल की एक छात्रा को हेड
टीचर के ऑर्डर पर ज़िन्दा जला दिया गया था। जब इस मामले में यौन उत्पीड़न की
रिपोर्ट दर्ज की गयी तो, इस घटना को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो
गये थे।
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