बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को पिछले महीने कोटा के सरकारी अस्पताल में हुई 100 बच्चों की मौत के मुद्दे पर लताड़ा है।
मामले को मायावती ने 'बेहद दुखद और दर्दनाक' बताया और लिखा कि-अशोक गहलोत की अगुवाई वाली राजस्थान सरकार असंवेदनशील है और बच्चों की असमायिक मौत सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैये को दिखाती है, जो कि बेहद निंदनीय है। ”
1. कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माओं का गोद उजड़ना अति-दुःखद व दर्दनाक। तो भी वहाँ के सीएम श्री गहलोत स्वयं व उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति-निन्दनीय।— Mayawati (@Mayawati) January 2, 2020
दूसरी पोस्ट में, मायावती ने लिखा कि "मामले का दुखद पहलू" क्या था, वो लिखती है- "कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व खासतौर से कांग्रेस की महिला महासचिव" इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।
2. किन्तु उससे भी ज्यादा अति दुःखद है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व खासकर महिला महासचिव की इस मामले में चुप्पी साधे रखना। अच्छा होता कि वह यू.पी. की तरह उन गरीब पीड़ित माओं से भी जाकर मिलती, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही आदि के कारण उजड़ गई हैं।— Mayawati (@Mayawati) January 2, 2020
मायावती ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश की तरह कांग्रेस महासचिव (प्रियंका गांधी वाड्रा) ने कोटा की उन मांओं से मिली होती जिन्होनें अपने बच्चों को खोया है तो बेहतर होता। लेकिन उत्तर प्रदेश में पीड़ित परिवारों के साथ उनकी मुलाकात को राजनीतिक कवायद और नाटक माना जाएगा ?
3. यदि कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की ‘‘माओं‘‘ से नहीं मिलती हैं तो यहाँ अभी तक किसी भी मामले में यू.पी. पीड़ितों के परिवार से मिलना केवल इनका यह राजनैतिक स्वार्थ व कोरी नाटकबाजी ही मानी जायेगी, जिससे यू.पी. की जनता को सर्तक रहना है।— Mayawati (@Mayawati) January 2, 2020
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