देश के अन्नदाताओं
को सशक्त करते हुए, पीएम मोदी ने मथुरा के कल्याणकारी योजनाओं का शुभारम्भ
किया। इन योजनाओं को मुख्य उद्देश्य किसानों की आमदनी दुगुना करने से जुड़ा हुआ है।
जिसके तहत पीएम मोदी ने पशुधन की रक्षा के लिए मुखपका-खुरपका और पशुजन्य
माल्टा-ज्वर के उन्मूलन का राष्ट्रीयव्यापी कार्यक्रम देश को समर्पित किया। राष्ट्रीय
पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम को ग्रामीण भारत के लिए एक नयी पहल के तौर पर देखा जा
रहा है। इस कार्यक्रम की वित्तीय लागत 12,652 करोड़ रुपये है।
इसके अर्न्तगत आगामी पाँच वित्तीय वर्षों के दौरान साल 2024 तक केन्द्र सरकार
द्वारा 500 मिलियन से अधिक पशुधनों का टीकाकरण किया जायेगा,
जिससे कि वे मुखपका-खुरपका रोग से बच सके। साथ ही हर साल 36 मिलियन दुधारू मादा
पशु बच्चों को भी टीकाकरण अभियान से जोड़ा जायेगा जिससे कि वे माल्टा बुखार से बच
सकेगें। केन्द्र सरकार की इस परियोजना को दो हिस्सों में बांटा गया है। 2025 तक
पशुधनों में होने वाले संचारीय रोगों की रोकथाम और साल 2030 तक पशुधनों में हर
प्रकार के रोगों का उन्मूलन। इसके साथ ही पीएम द्वारा राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान
कार्यक्रम को भी हरी झंडी दी गयी। देश भर के 687 जिलों में कृषि विज्ञान केन्द्रों
पर टीकाकरण, रोग प्रबंधन, कृत्रिम
गर्भाधान और उत्पादकता को लेकर कार्यशालायें भी आयोजित की जायेगी। मथुरा दौरे के
दौरान पीएम मोदी ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम मे हिस्सा लिया। इस मौके पर सूबे के सीएम समेत यूपी भाजपा के कई
गणमान्य पदाधिकारियों की उपस्थिति भी दिखी।
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