दिल्ली विधान सभा चुनावों को लेकर भाजपा में पेशोपेश की स्थिति देखने को मिल रही है। हाल ही में कुछ दिन पहले दिल्ली के आईटीओ इलाके में आम आदमी पार्टी ने पोस्टर लगाकर भाजपा की ओर से दिल्ली सीएम के उम्मीदवार का नाम घोषित ना करने को लेकर तंज कसा था। अन्दरखाने ये भी बात चल रही है कि केजरीवाल का कद दिल्ली में भाजपा के लिए चुनौतियां पेश कर सकता है। अगर ऐसा हुआ तो केन्द्र सरकार द्वारा दिल्ली के 1731 अस्थायी कॉलोनियों को स्थायी करने का दांव बेकार जा सकता है। पीएम मोदी और अमितशाह दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए मजबूत रणनीति बनाने की कवायद में जुटे है क्योंकि महाराष्ट्र और झारखंड में करारे झटके खाने के बाद अगर दिल्ली को गवां दिया जाता है तो इससे बीजेपी के वजूद पर सवालिया निशान लगने शुरू हो जायेगें। भाजपा मुख्यालय में पीएम मोदी दिल्ली चुनावों को लेकर एक अहम् बैठक कर रहे है।
भाजपा द्वारा दिल्ली सीएम के नाम की घोषणा ना करना, चुनाव आयोग द्वारा चुनावी तारीखों की घोषणा में देर करना।
ऐसे में सवाल उठने लाज़िमी हो जाते है क्या भाजपा के नेता दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए अभी तैयार नहीं है।
बीजेपी इंसाइडर नाम से एक यूजर लिखते है कि- दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान को लेकर भाजपा में काफी असमंजस के हालत बने हुए है। भाजपा स्थानीय नेताओं के मुताबिक वे अभी चुनावों के लिए तैयार नहीं हैं। बॉस (पीएम मोदी) का मानना है कि अगर हम चुनाव आयोग से तारीखों में देरी करने के लिए कहते हैं, तो इससे आम जनता के बीच ये संदेश जायेगा कि हम केजरीवाल से डर रहे है।
A lot of confusion going on in party regarding declaration of Delhi Election Dates.— BJP Insider (@11AshokaRoad) January 5, 2020
Local netas are saying that they are not ready for elections now.
Boss has a opinion that if we ask EC to delay dates, then it will give an impression that we fear fighting Kejriwal.
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