सरकार के पास इसका कोई ज़वाब नहीं है। पाकिस्तानी खुफ़िया एजेन्सी आईएसआई सहित दूसरी एजेंसियां और दहशतगर्द तंजीमें शरणार्थियों के नाम पर हिन्दुस्तान में घुसने के लिए रास्ता तलाशेगी। सरकार का ये कदम आत्मघाती है। दूसरी ओर पूरे देश में भुखमरी, गरीबी, बेरोजगारी पहले से ही काफी फैली हुई है साथ ही हालात दिन पर दिन बिगड़ते ही जा रहे है। ऐसे में देश के मौजूदा संसाधनों पर शरणार्थियों का अतिरिक्त बोझ डालने से क्या फायदा होगा ?
तीसरा और बेहद अहम हिन्दुत्व के इन कथित ठेकेदारों को हिन्दुत्व का ककहरा तक नहीं आता, फिर भी देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के फर्जी एजेंडे के तहत ये लोग अंधी दौड़ लगा रहे है। केसरिया बाना पहनने से या फिर भगवा पगड़ी धारण करने मात्र से कोई हिन्दू नहीं बन जाता है। जिस दिन इन साम्प्रदायिक जोकों को हिन्दू धर्म के वास्तविक मायने पता लग जायेगें, उस दिन इनको कोई घूंट भर पानी तक के लिए नहीं पूछेगा। सियासी लाभ के लिए धर्म की पवित्रता को खंडित करना बेहद शर्मनाक है।
- कैप्टन जी.एस. राठी
सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता
- कैप्टन जी.एस. राठी
सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता
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